जयपुर: आज हम आपके सामने एक ऐसे मुद्दे को उठाने जा रहे हैं। जिसकी वजह से छोटेेेे-छोटे उन मासूमों का भविष्य खराब होने के कगार पर है। जी हां आज भी हमारे देश में शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ धोखा हो रहा है। एक कवि ने कहा था मेरेेे देश का भविष्य उन चार दिवारी में तैयार हो रहा है। जो आने वालेेे समय में मेरे देश को आगे लेकर जाएगा। लेकिन अब सवाल उठता है। ये सपना साकार कैसे होगा? भले ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था की बात करती हो।
लेकिन आज हम जो दिखाने जा रहे हैं। उसे देख कर तो आपको भी समझ आ जाएगा कि इस देश में गरीब बच्चों के भविष्य के साथ कैसे छेड़छाड़ हो रही हैं। आज हम आपको दिखाएंगे उन सरकारी स्कूलों की लचर हालत के बारे में, जो इस देश के गरीब बच्चों को अंधकार में धकेल रहे हैं। सरकार शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी कुछ ऐसे गैर जिम्मेदार शिक्षक है। जो अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जी हां यह अध्यापक ना तो समय पर विद्यालय पहुंचते हैं।नहीं बच्चों पढ़ाते हैं।
![]() |
सरकारी स्कूलों का हाल |
ये है सरकारी स्कूलों का हाल:-
ऐसे शिक्षकों को अपनी सैलरी से काम है। न कि इस देश में आने वाले बच्चों के भविष्य की फ़िक्र है। ऐसी ही कुछ सरकारी स्कूलों की तस्वीरें पेश कर रहे हैं। जिन्हें देखकर आप भी समझ जाएंगे कि इन सरकारी विद्यालयों का क्या हाल हो रहा है। लेकिन अब सवाल उठना लाजमी है कि आजादी के 70 साल के बावजूद भी हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था उच्च स्तर तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है। शिक्षा के तमाम साधन उपलब्ध होने के बावजूद भी हमारे देश के उन गरीब बच्चों के भविष्य के साथ क्यों खिलवाड़ हो रही है।
नोट- राजस्थान प्रदेश न्यूज़ आपसे अनुरोध करता है कि शिक्षा की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए, इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें। ताकी ऐसे गैर जिम्मेदार अध्यापक है। अपनी करतूतों से बाज आए। हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अपनी राय या जवाब हमें कमेंट में बताएं।