नई दिल्ली: आज हम उन लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आए हैं। जो पढ़े लिखे होनेे के बाद भी बेरोजगारी के चक्कर काट रहे हैं। यह खबर उन युवक युवतियों के लिए उपयोगी होगी। जो पढ़ाई लिखाई करके सरकारी नौकरी की तलाश में भटक रहे है। जी हां अब आपको निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि सरकारी आंकड़े के अनुसार भारत सरकार के पास विभिन्न श्रेणियों के विभागों में करीब 7 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं।
खाली पदों का विवरण-
- ग्रुप ए- 20,000 के करीब पद
- ग्रप बी- 90,000 पद
- ग्रुप सी- 5 लाख 75 हज़ार पद
तय सीमा में भरे जायेंगे सरकारी खाली पद-
साल 2020 में केंद्र की मोदी सरकार ने नौकरियों को लेकर बड़ा प्लान बनाया है। 21 जनवरी को केंद्र के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DOPT) ने सभी मंत्रालयों और विभागों को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिया है कि विभिन्न श्रेणी के विभागों में खाली पड़े सरकारी पदों को समयबद्ध तरीके से भरा जाये। इसी के साथ खाली पड़े सरकारी पदों को भरने के लिए सरकार अभियान चलाएगी।विभागों में खाली पड़े पदों से देश को नुकसान-
सभी विभागों और मंत्रालयों में सरकारी पद खाली पड़े होने के कारण देश का कामकाज धीमी गति से हो रहा है। वर्तमान समय में प्रत्येक अधिकारी पर चार अधिकारियों के कामकाज का भार है। जिससे विभागों में फाइलें अटकने का सबसे बड़ी वजह है। ज़रा आप सोचिए- अगर शिक्षा विभाग शिक्षकों की नियुक्ति समय पर नहीं करेगा तो देश के बच्चों का भविष्य पर सबसे बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। चिकित्सा विभाग में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं होगी तो देश में मृत्यु दर का आंकड़ा बड़ जायेंगा। पुलिस विभाग में सिपाहियों की नियुक्ति नहीं होगी तो अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे। अधिकारियों पर भार अधिक होने के कारण लोगों के काम नहीं होंगे और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा।