लखनऊ: 17वीं सदी में भारत देश सोने की चिड़िया कहलाता था। लेकिन अंग्रेजों के कारण भारत सोने की चिड़िया नहीं रहा हैं। किंतु एक बार फिर यूपी का सोनभद्र जिला भारत को सोने की चिड़िया बनाने जा रहा है।
जिला खनन अधिकारी के.के. राय ने कहा कि सोना जमा सोन पहाड़ी और हरदी क्षेत्रों में पाया गया। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में स्वर्ण भंडार खोजने का काम 1992-93 में जीएसआई द्वारा शुरू किया गया था, उन्होंने कहा कि ई-टेंडरिंग के जरिए इन ब्लॉकों की नीलामी जल्द शुरू होगी।
अधिकारी ने कहा कि सोन पहाड़ी में जमा लगभग 2943.26 टन है, जबकि हरदी ब्लॉक में 646.16 किलोग्राम है। राय ने कहा कि सोने के अलावा, कुछ अन्य खनिज भी क्षेत्र में पाए गए हैं। सोने की खानों को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अलर्ट मोड पर है। सोने की खुदाई के लिए राजस्व विभाग और खनिज विभाग की 7 टीमें गठित की है।
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सोने का खजाना: सोनभद्र, यूपी |
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में लगभग 3000 टन सोने के भंडार की खोज की है, जो भारत के पीली धातु के वर्तमान रिजर्व से लगभग पांच गुना है। अगर यह सोना हमारे देश को मिल गया तो फिर सेे भारत को सोने की चिड़िया बनने से कोई नहीं रोक सकता हैं। यह स्वर्ण हमारे देश की इकोनॉमी और विकास में अहम रोल अदा करेगा। जिसकी कई सालों से आवश्यकता थी।
जिला खनन अधिकारी के.के. राय ने कहा कि सोना जमा सोन पहाड़ी और हरदी क्षेत्रों में पाया गया। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में स्वर्ण भंडार खोजने का काम 1992-93 में जीएसआई द्वारा शुरू किया गया था, उन्होंने कहा कि ई-टेंडरिंग के जरिए इन ब्लॉकों की नीलामी जल्द शुरू होगी।
अधिकारी ने कहा कि सोन पहाड़ी में जमा लगभग 2943.26 टन है, जबकि हरदी ब्लॉक में 646.16 किलोग्राम है। राय ने कहा कि सोने के अलावा, कुछ अन्य खनिज भी क्षेत्र में पाए गए हैं। सोने की खानों को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अलर्ट मोड पर है। सोने की खुदाई के लिए राजस्व विभाग और खनिज विभाग की 7 टीमें गठित की है।