विश्व आदिवासी महोत्सव: मीणा हाईकोर्ट की धरती से जल क्रांति का आगाज-ERCP

दौसा: आज 9 अगस्त 2022 को दुनिया के हर कोने में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन हो रहा है। इस दिन पूरी दुनिया आदिवासी समूह के लोग की रिति, कला और संस्कृति का अद्भुत नजारा देखते हैं। परंतु इस बार विश्व आदिवासी दिवस पर पूर्वी राजस्थान के लिए कुछ खास होने जा रहा है।

मीणा हाईकोर्ट की धरती से होगा, जल क्रांति का आगाज ERCP-

पूर्वी राजस्थान आदिवासियों का बाहुल्य श्रेत्र है। जहां दौसा के नांगल राजावतान में मीणा हाईकोर्ट एक प्रसिद्ध स्थान है। यहां हर वर्ष विश्व आदिवासी महोत्सव का आयोजन होता रहा है। इस महा उत्सव में दुरदराज से लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। लेकिन इस बार मीणा हाईकोर्ट की धरती से पूर्वी राजस्थान के लिए कुछ नया होगा।
ERCP
प्रदेश का पूर्वी भाग पानी की समस्या से त्रस्त है। परन्तु इस क्षेत्र में पानी को लेकर कई वादे, घोषणाएं और सरकारें आई, परंतु पूर्वी राजस्थान को पानी नहीं मिला। 9 अगस्त 2022 को मीणा हाईकोर्ट में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन होगा, जो इस क्षेत्र के लोगों के लिए डॉ किरोडी लाल मीणा के नेतृत्व में जल क्रांति की शुरुआत होगी। 

क्या है जल क्रांति-

पुर्वी राजस्थान का एक बड़ा भूभाग पानी से वंचित है। जहां कई वर्षों से खेती तो दूर की बात है। परन्तु पीने के लिए भी पानी नहीं है। राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा इस क्षेत्र में पानी लाने के लिए साल 1998 से संघर्ष कर रह है। इस संघर्ष की वजह से पिछली केन्द्र सरकार के निर्देश पर वसुंधरा सरकार ने पूर्वी राजस्थान की सिंचाई के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया। जिसका नाम था- पूर्वी नहर परियोजना - ERCP ( East River Canal Project) बनाकर प्रस्ताव केन्द्र को भेजा था। 


 इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के 13 असंचित जिलों और बांध को जोड़ा गया है। इन जिलों में चंबल और उसकी सहायक नदियों का पानी लाया जायेगा। पूर्वी राजस्थान में पानी लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घोषणा की थी। जिसकी लागत लगभग 37 हजार करोड़ हैं। लेकिन राजनीति की वजह से आज तक इस प्रोजेक्ट को केन्द्र से राष्ट्रीय प्रयोजन की स्वीकृति नहीं मिली है।

बीजेपी का कदावर नेता डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के नेतृत्व में पानी की समस्या जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। जिसकी शुरुआत मीणा हाईकोर्ट नांगल राजावतान दौसा से होने जा रही है। बाबा किरोड़ी 9 अगस्त को तिरंगा झण्डे के साथ दौसा से जयपुर एक लाख लोग रैली करेंगे। क्योंकि  केंद्र और राज्य सरकार को पानी की विशाल समस्या का एहसास हो सकें। इस आंदोलन के जरिए सी.आर.सी.पी को पास कराने का प्रयास किया जाएगा।

नोट- राजस्थान प्रदेश न्यूज़ का आग्रह है कि ERCP किसी एक वर्ग या व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, सबका जन आन्दोलन होना चाहिए। कृपया इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें।
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