जयपुर: पूर्वी राजस्थान की लाइफ लाइन (ERCP-Est River canal project) पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना हैं। इस परियोजना की मांग लंबे समय से चल रही थी। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा ने यह सपना देखा था। जो लगभग अब पूरा होने जा रहा है। यह परियोजना लगभग 37000 करोड़ की मानी गई है। इस योजना का उद्देश्य पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पानी पहुंचना है। जिससे 2.80 लाख हैक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
रविवार को दिल्ली में जल शक्ति केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की बैठक हुई है। इस बैठक में दोनों राज्यों के बीच जल बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। इस बैठक के दौरान भाजपा के केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे हैं। बैठक खत्म होने के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री मीडिया से रूबरू हुए हैं। इस मिशन को हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिलकर जल्दी पूरा करेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा:-
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक समाप्त होने के बाद मीडिया से कहा, आज का दिन पूरी राजस्थान के लिए खुशी का दिन है। कई सालों से पूर्वी क्षेत्र सुखा त्रस्त था अब पूर्वी राजस्थान इस परियोजना के माध्यम से पानी मिलेगा जिससे पूरी राजस्थान का संपूर्ण विकास होगा।
इस क्षेत्र में कृषि, औद्योगिक, वन और पेयजल की समस्या दूर होगी। जमीन का जल स्तर में भी सुधार होगा। इस फैसले के बाद पूर्वी राजस्थान में खुशी की लहर है। क्योंकि इस परियोजना से प्रदेश के 13 जिलों को पानी मिलने जा रहा है जैसे -अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, जयपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी, झालावाड़, बारां, कोटा आदि को नदियों और बांधों से आपस में जोड़ा जाएगा।